निष्प्राण हृदय की व्यथा लक्ष्यहीन नदी की गाथा मैं चन्द्रमा नहीं अमावस की काली शून्यता मैं अभिशप्... निष्प्राण हृदय की व्यथा लक्ष्यहीन नदी की गाथा मैं चन्द्रमा नहीं अमावस की काली...
अपनों ने दिया है ताड़ना अधिकार तुलसीदास रचती हूँ। अपनों ने दिया है ताड़ना अधिकार तुलसीदास रचती हूँ।
नदी की आत्मा से पूछो, जिसकी आँख से वह बूँद टपकी, अभी-अभी। नदी की आत्मा से पूछो, जिसकी आँख से वह बूँद टपकी, अभी-अभी।
तुम्हारा आकाश तुम्हारा आकाश
लेकिन नदी कभी वापस नहीं लौटती वह बहती जाती है बहती जाती है और बहती जाती है लेकिन नदी कभी वापस नहीं लौटती वह बहती जाती है बहती जाती है और बहती जाती...
काम आयेंगे जल की तरह वो भी ,हिचकी बंध जाये नहीं रोना तो भी , जल के अम्बार यूँ तो समेटे है नदी.... काम आयेंगे जल की तरह वो भी ,हिचकी बंध जाये नहीं रोना तो भी , जल के अम्बार यूँ तो...